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सोने के आभूषणों पर हॉलमार्किंग को अनिवार्य बनाने के बाद, अब सरकार चांदी के आभूषणों के लिए भी अनिवार्य हॉलमार्किंग योजना पर काम कर रही है। जहां वर्तमान में चांदी की हॉलमार्किंग स्वैच्छिक है, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रल्हाद जोशी के बयान के अनुसार, कई हितधारकों ने इसे अनिवार्य करने का आग्रह किया है।
सोने की हॉलमार्किंग का अनुभव
मंत्री ने बताया कि अनिवार्य सोने की हॉलमार्किंग ने ग्राहकों के नुकसान को काफी हद तक कम कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सभी के लिए नुकसान को कम करने” के लक्ष्य की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो सामाजिक और पारंपरिक कारणों से सोना खरीदते हैं।
हाल की अपडेट्स और योजनाएं
पिछले महीने, सरकारी सूत्रों ने CNBC TV18 को बताया कि चांदी के लिए अनिवार्य हॉलमार्किंग पर विचार जारी है। इसके अलावा, कुछ तकनीकी मुद्दों, जैसे HUID (हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन) की स्थायित्व के समाधान पर काम किया जा रहा है। चांदी की सतह पर HUID का दीर्घकालिक टिकाऊपन एक प्रश्न बना हुआ है, विशेषकर जब यह वातावरण के साथ प्रतिक्रिया करता है और विशिष्ट निशान खो सकता है।
HUID का महत्व
HUID एक अद्वितीय छह अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड है जो हॉलमार्किंग के समय आभूषण के प्रत्येक टुकड़े को दिया जाता है। उपभोक्ताओं के दृष्टिकोण से, यह उनके द्वारा खरीदे गए आभूषणों की विश्वसनीयता और गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करता है। 1 अप्रैल 2023 से, भारत में बेचे जाने वाले सोने के आभूषणों के लिए HUID अनिवार्य है।
आगामी योजनाएं और निष्कर्ष
दिसंबर 2024 में, उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने बताया कि सोने की बुलियन की हॉलमार्किंग को भी गुणवत्ता आश्वासन के तहत अनिवार्य कर दिया जाएगा। भारतीय महिलाओं को ठगा हुआ महसूस न कराने के लक्ष्य के साथ, इस योजना का उद्देश्य उपभोक्ताओं के बीच सोने और चांदी के आभूषणों की विश्वसनीयता को बढ़ाना है।
Source Link: www.cnbctv18.com
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