लक्ष्मण झूला ऋषिकेश
भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने इसी स्थान पर जूट की रस्सियो के सहारे नदी को पार किया था।स्वामी विश्वानंद की प्रेरणा से यह पुल 1889 लोहे के मजबूत तारों से बना था। इस पुल के पश्चिम किनारे पर भगवान लक्ष्मण का मंदिर है। जबकि इसकी दूसरी और भगवान राम का मंदिर है।कहा जाता है कि स्वयं श्री राम इस स्थल पर खुद आए थे। पुल को पार करके पैदल रास्ता बद्रीनाथ को और दाएं और स्वर्ग आश्रम को जाता है।
राम झूला ऋषिकेश
राम झूला ऋषिकेश के एक प्रमुख लैंडमार्क पर बना पुल है। यह स्थान की रेती से 3 किलोमीटर की दूरी पर है। गंगा नदी के ऊपर बना हुआ पुल है। यह पुल लक्ष्मण झूला से भी बड़ा पुल है स्वर्ग आश्रम और विश्व आनंद आश्रम को साथ में जोड़ता है। इस पुल का निर्माण 1983 मैं किया गया था। बता दें कि इस पुल के किनारे लक्ष्मण जी का एक प्राचीन मंदिर है। यह पुल स्वर्ग आश्रम और शिवानंद आश्रम के बीच बना है इसलिए इसे शिवानंद झूला भी कहा जाता है। राम झूला लक्ष्मण झूला के नजदीक स्थित है।राम झूले पर जब लोग चलते हैं तो यह झूलता हुआ दिखाई देता है।
त्रिवेणी घाट ऋषिकेश
त्रिवेणी घाट प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट प्रमुख घाट जहां प्रातः काल में गंगा नदी डुबकी लगाते है। कहा जाता है कि त्रिवेणी घाट पर हिंदू धर्म की तीन प्रमुख नदियां हैं। गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है। त्रिवेणी घाट से गंगा नदी दाई ओर मुड़ जाती है। इस घाट घाट पर शिवजी की जटा से निकलती गंगा एक मनोहर प्रतिमा है।
वशिष्ट गुफा ऋषिकेश
वशिष्ठ गुफा ऋषिकेश से 16 किलोमीटर की दूरी पर है। यह स्थान ध्यान के लिए काफी प्रमुख माना जाता है गूलर के पेड़ों के बीच स्थित है। गुफा के पास ही हिंदुओं द्वारा पवित्र माने जाने वाला एक शिवलिंग भी है। वशिष्ठ गुफा जहां ऋषि यों ने सिद्धि अर्जित की। ऊंची पहाड़ियों से नीचे उतर कर गंगा किनारे जाए तो वहां यह गुफा जो कि काफी प्राकृतिक है
राफ्टिंग ऋषिकेश
जैसे कि हम जानते हैं राफ्टिंग ऋषिकेश में काफी सारे ऐसे स्थल हैं जो कि काफी मशहूर है तो आइए उन स्थलों के बारे में थोड़ा सा एक विवरण बताते हैं।जैसे कि त्रिवेणी घाट लक्ष्मण झूला राम झूला यह रिवर राफ्टिंग के पास ही यह कुछ ऐसे स्थल है। रिवर राफ्टिंग का खर्चा ₹400 है।